Nuakhai Juhar 2024: इस साल Nuakhai कब है और कैसे मनाएंगे

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Nuakhai Juhar 2024 kab hai

भारत का ओडिशा और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों का आदिवासी जिला में Nuakhai Juhar Festival एक प्रमुख पर्व में से एक है। यह पर्व उड़ीसा का पश्चिम जिल्लाओं में मनाया जाने वाली प्रमुख पर्व है। यह लेख में Nuakhai Juhar 2024 के बार में बताया गया है की इस साल नुआखाइ पर्व कब है और इस पर्व की महत्व के बारे में।

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इस लेख में जाने यह पर्व के बारे में और कैसे यह पर्व ओडिशा में मनाया जाता है, और इसकी महत्व के बारे में।

Nuakhai Juhar 2024 क्या है

Nuakhai पर्व पश्चिम ओडिशा का एक प्रमुख पर्व है यह पर्व को ओडिशा समेत छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों का आदिवासी जनजाति धूमधाम से पालन करते हैं। यह पूजा ओडिशा में संबलपुर जिला में बड़े धूमधाम से पालन होता है। इस दिन लोग अपने खेत का नया फसल संबलपुर के देवी मां समलाई के पास अर्पण करते हैं, और यह एक कृषि संबंधित पर्व है इसीलिए यह पर्व पश्चिम ओडिशा का हर एक कृषक पालन करता है।

इस पर्व का विधि और इस साल यह पर्व कब और कैसे मनाया जाएगा इसके बारे में जानने के लिए यह लेख को अंत तक पढ़े।

Nuakhai 2024 कब है

हर साल नुआखाई पर्व गणेश पूजा के 1 दिन बाद पालन किया जाता है। इस साल भी नुअखाई पर्व गणेश पूजा के एक दिन बाद यानी की 8 सितंबर को पालन किया जाएगा। यह पर्व उड़िया कैलेंडर के अनुसार भाद्र मास शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि में पालन किया जाता है।

Nuakhai पर्व क्यों मनाया जाता है

ओडिशा राज्य में 70 प्रतिशत लोग कृषि काम करते हैं और पश्चिम उड़ीसा समेत आदिवासी राज्यों में कृषि काम बहुत मात्रा में होता है। इस दिन इन सारे राज्यों का कृषक समुदाय लोग खेत में उगाए गए नया फसल भगवान के पास प्रसाद रूप में चढ़ाया जाता है।

क्यों की इस दिन माना जाता है की भगवान को खेत से उगाए गए नया फसल प्रसाद रूप से चढ़ने से अगले साल खेत में अच्छा फसल उगती है।

Nuakhai पर्व कैसे मनाया जाता है

नुआखाई लोक पर्व के लिए कुछ खास विधियों का पालन होता है और नुअखाई का तारीख और समय जन्माष्टमी के दिन रात में संबलपुर के मंदिर में पंडितों के द्वारा दिया जाता है, इस पूजा की विधि आपको नीचे बताया गया है जैसे की:

  • इस दिन पहले सुबह जिला या फिर ग्राम के देवी देवताओं का मंदिर में पूजा किया जाता है।
  • फिर इस दिन घर में माता लक्ष्मी का पूजा करने के लिए इंतजाम किया जाता है क्योंकि यह दिन धरती मां के साथ-साथ माता लक्ष्मी के दिन भी होता है।
  • इस दिन खेतों से उगाई के नया फसल से तरह तरह का पकवान बनाकर देवी देवताओं को प्रसाद चढ़ाना होता है।
  • इस दिन किसान परिवार को नया कपड़ा धारण करना होता है।
  • इस दिन खेतों से उगाए गए नया फसल से बनाए गए पकवान खाना होता है।
  • घर के आंगन या फिर घर के मंदिर में यह पूजा किया जाता है।
  • घरों में बनाए गए तरह-तरह के पकवान को लेकर देवी समलाई को समर्पित करना होता है।
  • दीपक और धूप के साथ साथ और भी बहुत सारे प्रसाद चढ़कर यह पूजा को समाप्त किया जाता है।
  • यह पूजा समाप्त होने के बाद घरों के परिवार मिलकर नया फसल से तैयार किया गया पकवान खाते हैं और नाच गीत के साथ-साथ यह पूजा संपन्न करते हैं।

इस दिन आदिवासी जनजातियों से बाहर रहने वाले लोग अपने गांव को लौटकर आते हैं इसीलिए यहां पर्व को Nuakhai Bhetghat भी बोलते हैं।

Nuakhai Juhar की उद्देश्य

  • अगले साल अच्छा फसल उगने केलिए भगवान से प्रार्थना।
  • सब के बीच भाईचारा रखने केलिए यह पूजा किया जाता है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

नुआखाई पर्व पश्चिम ओडिशा में मनाए जाने वाली एक प्रमुख पर्व में से एक है।

नुआखाई पर्व इस साल 8 सितंबर के दिन मनाया जायेगा।

पश्चिम ओडिशा में विश्वास है की नया फसल को भगवान को चढ़ने से अगले साल अच्छा फसल उगते हैं और इस पर्व भाईचारा बढ़ने केलिए मनाया जाता है।

निष्कर्ष

आशा करता हूं Nuakhai Juhar 2024 के बारे में यह पोस्ट आप सबको पसंद आया होगा यदि आप यह पोस्ट को लाइक करते हैं अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और इसी तरह लेटेस्ट पोस्ट के लिए हमें सब्सक्राइब करें।

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