Janmashtami Vrat Vidhi 2025: जानें इस दिन व्रत रखकर कृष्ण का आवाहन कैसे करते हैं?

WhatsApp Chanel Join Now
Telegram Group Join Now
4/5 - (2 votes)
Janmashtami Vrat Vidhi

जय श्री कृष्णा, जन्माष्टमी 2025 का आप सबको हार्दिक शुभकामनाएं यह लेख में समझने वाले हैं, की Janmashtami Vrat Vidhi 2025 के बारे में। जैसे कि आप सबको पता ही होगा जन्माष्टमी भारत देश का प्रमुख पर्व में से एक है। जिस दिन भगवान श्री कृष्ण की जन्म हुई थी। इसीलिए हिंदू धर्म के अनुसार कृष्ण जन्मदिन को जन्माष्टमी रूप से पालन किया जाता है। जिसको अलग अर्थ में गोकुलाष्टमी भी बोला जाता है। माना जाता है कि इस दिन भगवान श्री कृष्ण की पूजा करने से या फिर उनकी व्रत रखने से भक्त के सारे पाप नष्ट होता है।

पर्वजन्माष्टमी
भगवानश्री कृष्ण
विषयजन्माष्टमी व्रत विधि
तारीख16 अगस्त 2025
जन्माष्टमी शायरीक्लिक करें

क्या आप भी इस साल जन्माष्टमी मनाना चाहते हैं? और जन्माष्टमी व्रत रखना चाहते हैं, तो इस लेख में आप सब जानने वाले हैं कि जन्माष्टमी के व्रत कैसे रखा जाता है, और जन्माष्टमी व्रत का नियम क्या है। जिससे आप अच्छी तरह से जन्माष्टमी का व्रत रख पाएंगे इससे आपका और आपका परिवार का मंगल होगा।

Janmashtami Vrat Vidhi 2025

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस साल जन्माष्टम सुभदायक होने वाला है। यदि आप इस दिन जन्माष्टमी फर्स्टिंग रखना चाहते हैं तो आप इन चीजों का ध्यान रखें:

  • इस दिन नॉनवेज खाने से बचें।
  • इस दिन उपवास के समय किसी भी खाने का चीज ना खाएं।
  • जरूरत पड़ने पर पानी पी सकते हैं लेकिन चाय पीने से बचें।
  • इस दिन लड्डू गोपाल को उनके पसंदीदा फल से भोग चढ़ाएं, और फूल चढ़ाएं।

इस साल रियल जन्माष्टमी कब की है

इस साल जन्माष्टमी 16 अगस्त में मनाया जाएगा। और जन्माष्टमी के व्रत रखने वाले कृष्ण भक्त इस दिन व्रत रख सकते हैं। यदि आपको जन्माष्टमी व्रत के विधियों के बारे में नहीं पता तो इस लेख को अंत तक पढ़े।

जन्माष्टमी का व्रत कैसे करें

Krishna Janmashtami Vrat Ke Vidhi
Krishna Janmashtami Vrat Vidhi 2025

हिंदू धर्म में जन्माष्टमी के दिन व्रत रखना एक प्रथा होता है इस दिन महिला या पुरुष दिन भर उपवास रहकर भगवान कृष्ण को पूजा करते हैं, जिसे जन्माष्टमी व्रत बोला जाता है। क्योंकि भगवान कृष्ण भक्ति का परीक्षा लेने में रुचि रखते हैं क्योंकि उनके अनुसार परिश्रम के बिना फल नहीं मिलता। इस दिन भगवान कृष्ण की कृपा लाभ करने के लिए इस व्रत को सही से पालन करना बेहद जरूरी होता है। जैसे की:

  • इस दिन सबसे पहले सुबह उठकर नहा धोकर पूजा टेबल या चौकी को साफ करके उसके ऊपर एक पीले रंग का कपड़ा रखना होगा।
  • किसी पत्तल की थाली में लड्डू गोपाल की मूर्ति रख कर पानी में धो देना है।
  • उसके बाद मूर्ति को कपड़े, अलंकार और कुमकुम, चंदन से सजा कर चौकी या फिर टेबल के ऊपर रखना होगा।
  • मूर्ति के हाथ में बांसुरी चढ़ाना होगा।
  • फिर भगवान को धूप से आरती करना होगा, और तुलसी के पत्ता चढ़ाना होगा।
  • इसके बाद भगवान को उनके पसंदीदा फूल चढ़ाना होगा और दीपक जलाकर आरती करना होगा।
  • गोपाल के सामने उनके लिए लाए गए फल, खीरा और लड्डू रखना होगा।
  • फिर मूर्ति को दूध, शहद से नहाना होगा। ऊए अंत में पानी डाल कर उनको साफ कर दें।
  • एक साफ कपड़े ले कर उनको साफ करना होगा और उनके पसंदीदा पीले रंग का वस्त्र पहनना होगा।
  • फिर उनको फूल माला, आभूषण प्रदान करें और अंत में उनको उनके प्रसाद चढ़ा कर धूप और दीपक से आरती करना होगा।

बिना नियमों के पालन किए इस व्रत रखना से कोई फायदा नही होता इसीलिए जन्माष्टमी के दिन व्रत रखने वाले महिला या फिर पुरुष को इस व्रत का नियम जानना चाहिए।

Janmashtami Fast Rules in Hindi

  • इस दिन घर में भूल कर भी नॉनवेज खाना मत बनाए क्यों की इससे भगवान कृष्ण क्रोधित होते हैं।
  • यदि आप फास्टिंग कर रहे हैं तो किसी खाने का चीज ना खाएं।
  • इस दिन ज्योतिष शास्त्र में लिखे गए समय के अनुसार ही पूजा करें।
  • उपवास के दौरान जरूरत ना पड़ने पर पानी न पिएं। यदि पानी पीना जरूरी है तो आप भगवान कृष्ण की नाम ले कर पानी पी सकते हैं।
  • पानी के अलावा चाय या कॉफी का उपयोग न करें। इसे पाप हो सकती है।
  • इस दिन 12 बजने के बाद ही व्रत भंग करें।

कृष्ण जन्माष्टमी में क्या क्या चढ़ाना चाहिए

कृष्ण भगवान को प्रसन्न करना बहुत आसान काम है इस दिन कृष्ण भगवान को उनकी पसंदीदा चीज चढ़ने से शुभ फल प्राप्त होता है। इस दिन कृष्ण भगवान को कुछ इस तरह का चीज चढ़ाए जैसे की:

  1. पीले रंग का वस्त्र
  2. तुलसी का पत्ता
  3. खीरा
  4. कुमकुम, चंदन
  5. मुकुट और आभूषण
  6. फूल, फल
  7. खीरी, लड्डू

पीरियड में जन्माष्टमी व्रत कैसे करें

यदि कोई महिला मासिक धर्म के दौरान जन्माष्टमी व्रत रखना चाहता है तो रख सकती है, क्यों की लड्डू गोपाल को छुएं बिना व्रत रखने से कोई समस्या नहीं है। भगवान कभी किसी में भेदभाव नहीं करते। किसी महिला को पीरियड के समय इस व्रत को रखना है तो वह महिला स्नान करके मन में व्रत पालन कर सकती है।

यदि व्रत के बीच में किसी महिला का पीरियड हो जाता है तो आपको व्रत भंग करने का कोई जरूरी नहीं है। आप स्नान करके मन में प्रभु केलिए व्रत रख सकते है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

इस पूजा में फूल, फल, कुशा, कलश, पान, चंदन और सिंदूर का जरूरी होता है।

इस दिन रात 12 बजने के बाद फल और दूध खा कर इस व्रत को खोल सकते हैं।

जी बिलकुल आप व्रत खोलने के बाद भोजन में आलू खा सकते हैं।

निष्कर्ष

आशा करता हूं यह लेख में बताए गए Janmashtami Vrat Vidhi के बारे में आप समझ गए होंगे। इसी तरह लेटेस्ट पोस्ट केलिए हमे सब्सक्राइब करें दोस्तों के साथ शेयर करें।

Leave a Comment