
Karma पूजा भारत का एक लोकप्रिय पूजा है। यह पूजा को बिहार, झारखंड के अलावा आसाम, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में धूम धाम से पालन किया जाता है। यह लेख में हम बताने वाले हैं 2024 Ka Karma Puja Kab Hai और इस पूजा को कैसे मनाया जाएगा।
पर्व | करमा पूजा |
भगवान | करमा राजा |
राज्य | ओडिशा, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ आदि |
उद्देश्य | भाई के सुख समृद्धि |
तारीख | 14 सितंबर |
जैसे की आप सबको पता ही होगा भारत में 12 महीने में 13 त्योहार मनाया जाता है। ठीक यह पूजा भी भारत में पालन होने वाले पूजा में से एक है। इस दिन का महत्व के बारे में जानने केलिए इस लेख को अंत तक पढ़ें।
2024 Ka Karma Puja Kab Hai
अंग्रेजी कैलेंडर अनुसार इस साल बिहार झारखंड पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में 14 सितंबर यानी की शनिवार के दिन करमा पूजा मनाया जाएगा। इस दिन बहन अपने भाई की दीर्घायु और सुख शांति कामना करके भगवान से दुआ मांगती है, इस तरह करमा पूजा मनाई जाती है।
करमा पूजा कैसे मनाया जाता है

झारखंड और बिहार जैसे राज्यों में यह पूजा बड़े धूमधाम से पालन किया जाता है यह पूजा को बेजोड़ दिन मनाया जाता है जैसे 5 दिन 7 दिन 3 दिन, ऐसे मनाया जाता है। इस पूजा के विधि नीचे दिया गया है जैसे की:
- इस दिन पूजा से पहले कुंवारी बहन डाला लेकर नदि या तलाब में नहाने जाती है। वह डाला में तालाब या नदी से बालू ले कर घर आती है।
- इस बालू में पांच तरह का अनाज बोई जाती है जैसे कि गेहूं, धान, चना, उरद, मकई, जो, कुलथी।
- पूजा से पहले लोगों ने जंगल से करम पेड़ की शाखा काटकर घर तक लाते हैं, जिस दौरान वह शाखा को जमीन से नहीं लगना होती है।
- करमा पेड़ के शाखा को पूजा से पहले घर के आंगन में अच्छी तरह लगाया जाता है, और पारंपरिक गीत के साथ इससे तरह तरह का चीजों से सजाया जाता है।
- इसी दिन लोगों के खेत पर छोटे छोटे करमा शाखा को लगाया जाता है।
- गांव के सारे लोग यह पूजा देखने आते हैं क्योंकि वह मानते हैं कि यह पूजा करमा राजा की होती है।
- इसी दौरान ब्राह्मण जो पूजा कर रही होती है वह कर्म धर्म की कहानी सुना कर पूजा करती है।
- इसी दौरान सभी बहन, और गांव के व्रत रखने वाले महिला उपवास करती है। और पूजा में खूब नाच गान करते हैं।
- पूजा के अगले दिन व्रत रखने वाले महिला नाच गीत के साथ वह करम पेड़ के शाखा को पास वाले तालाब या नदी में विसर्जित कर देते हैं।
करमा पूजा क्यों मनाया जाता है
करमा पूजा बिहार झारखंड पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों का बहुत लोकप्रिय त्यौहार है, इस राज्य का सभी बहन और महिला अपने भाई के लिए व्रत रखते हैं। नीचे आपको इस पूजा का महत्व के बारे में बताया गया है जैसे की:
- बहन अपने भाई के सुख समृद्धि के लिए भगवान के पास व्रत रखती है।
- इस दिन बहन भगवान से दुआ करती है कि उसकी भाई पर कभी कोई भी संकट ना आए।
- इस दिन भगवान के पास परिवार के सुख समृद्धि के लिए दुआ करते हैं।
- वह पूजा से भाई और बहन की रिश्ता मजबूत होती है।
- भाई के दीर्घायु कामना करके बहन अपने भाई के लिए यह व्रत रखती है।
करमा पूजा 2024 में कब है
करमा पूजा हर साल भाद्र मास शुक्ल पक्ष एकादशी में मनाया जाता है। 2024 में यह पूजा 14 सितंबर के दिन मनाया जाएगा। यह पूजा को झारखंड, बिहार और छत्तीसगढ़ कर्मा धर्मा पूजा के नाम से भी जाना जाता है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
करमा पूजा में क्या क्या सामान लगता है?
इस पूजा केलिए सात प्रकार का अनाज जैसे की गेहूं, धान, चना, उरद, मकई, जो, कुलथी और करमा पेड़ की शाखा लगता है।
करम की कहानी क्या है?
इस दिन एक बहन अपने भाई के सुख, और समृद्धि केलिए करम राजा से दुआ मांगती है।
बिहार में करमा पूजा कब है?
बिहार में इस साल 14 सितंबर को करमा पूजा मनाया जायेगा।
निष्कर्ष
आशा करता हूं यह लेख आप सबको पसंद आया होगा क्योंकि इस लेख में बताया गया है कि 2024 Ka Karma Puja Kab Hai और यह पूजा को कैसे और क्यों मनाया जाता है। यदि आप यह लेख को पसंद करते हैं आपके दोस्तों के साथ शेयर करें और इससे संबंधित कोई भी सवाल हमें कमेंट में पूछे।

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